फ्लिप-फ्लॉप क्या होते है

 फ्लिप-फ्लॉप- यह सबसे महत्वपूर्ण मेमोरी एलीमेंट है ! यह लॉजिक गेट्स की सहायता से बनायी जाती है ! जबकि लॉजिक गेट्स में स्टोरेज छमता नही होती किन्तु इन लॉजिक गेट्स को फ्लिप फ्लॉप के रूप में संयोजित करके बाइनरी डिजिट स्टोर की जा सकती है ! 

फ्लिप- फ्लॉप एक बाइनरी सेल है जिसमे एक बिट 1 या 0 स्टोर की जा सकती है ! फ्लिप फ्लॉप में दो आउटपुट होते है Q तथा  Q(Bar) ! एक पर फ्लिप-फ्लॉप की Normal Value Q Store होता है जबकि दूसरी Output पर फ्लिप-फ्लॉप की में Stored बिट का Compliment Q(Bar) होता है ! इसे सर्वप्रथम William Eccels तथा F.W Jordon ने 1918 में विकसित किया था ! फ्लिप-फ्लॉप की आउटपुट पर 1 बिट सूचना स्टोर की जा सकती है! फ्लिप-फ्लिप को लैच(Latch) भी कहा जाता है ! 

क्लॉक सिगनल तथा क्लॉकड फ्लिप-फ्लॉप-

हम जानते है कि डिजिटल सिगनल दो प्रकार से Oprate होते है Synchronous तथा Asynchronous !

Asynchronous सिस्टम में लॉजिक सिस्टम का आउटपुट, इनपुट के चेंज होते ही चेंज हो जाता है !

Synchronous सिस्टम में आउटपुट बदलने समय निर्धरित होते है तथा इस समय को एक क्लॉक सिगनल द्वारा Control किया जा सकता है इसमें आउटपुट बदलने के लिए Clock Signal का उपस्थित होना आवश्यक है !

क्लॉक(Clock)- क्लॉक सिगनल Rectangular Puls Train या Square Wave होती है इसे डिजिटल के प्रत्येक भाग को दिया जाता है Synchronous System में आउटपुट तभी चेंज होती है जब Clock में Transition होता है अर्थात Clock का 0 से 1 हो जाना या Clock का 1 से 0 हो जाना !

RS Flip-Flop :- RS फ्लिप- फ्लॉप को NOR या NAND Gate की सहायता से  Cross Couple करके बनाया जाता हैं ! इसमे (R) का अर्थ Reset तथा (S) का अर्थ Set होता है ! अर्थात Reset का अर्थ आउटपुट शून्य (0) हो जाना और Set का अर्थ है आउटपुट एक (1) हो जाना! RS फ्लिप-फ्लॉप में दो इनपुट R तथा S होती है ! जो RS फ्लिप- फ्लॉप को Reset तथा Set करती है !  

चित्र में RS फ्लिप-फ्लॉप का चिन्ह(Symbol) तथा सत्यतालिक (Truth Table) प्रदर्शित है !




विभिन्ना परिस्थितियों में RS फ्लिप-फ्लॉप की आउटपुट अवस्था निम्नवत होगी: -

* यदि इनपुट S=0, R=0 हो  तो फ्लिप-फ्लॉप की आउटपुट में कोई परिवर्तन नही होगा ! अर्थात फ्लिप-फ्लॉप अपनी पहले वाली ही अवस्था मे रहेगी !

* यदि इनपुट R=0, S=1 हो तो फ्लिप-फ्लॉप सेट (Set) हो जाएगी ! अर्थात आउटपुट अवस्था 1 हो जाएगी तथा यह अपनी पहले वाली अवस्था मे नही रहेगी! 

* यदि इनपुट R=1, S=0 तो फ्लिप-फ्लॉप रिसेट(Reset) हो जाएगी ! अर्थात आउटपुट 0 हो जाएगी! 

* यदि इनपुट R=1, S=1 दिया गया हो तो यह इनपुट RS फ्लिप-फ्लॉप में मान्य नही होता ! 

Note- फ्लिप-फ्लॉप की सत्यतालिका बनाते समय आउटपुट के स्थान पर Q(t+1) लिखा या प्रयोग किया जाता है ! क्योंकि फ्लिप-फ्लॉप Sequential सर्किट है तथा इसकी आउटपुट केवल इनपुट पर नही बल्कि इनपुट देने से पूर्व जो फ्लिप-फ्लॉप की अवस्था थी उसपर भी निर्भर करती है अतः फ्लिप-फ्लॉप पर इनपुट अप्लाई करने से पूर्व अवस्था को Q(t) तथा इनपुट अप्लाई करने के पश्चात की अवस्था को Q(t+1) प्रदर्शित किया जाता है !







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